An Unbiased View of shiv chalisa in hindi
An Unbiased View of shiv chalisa in hindi
Blog Article
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
Lord, in the event the ocean was churned along with the fatal poison emerged, out of the deep compassion for all, You drank the poison and saved the entire world from destruction. Your throat turned blue, So You might be often called Nilakantha.
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे shiv chalisa lyricsl ।
भगवान शिव जी की चालीसा के बोल निचे दिए गए हैं। श्री शिव चालीसा प्रारम्भ।
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी shiv chalisa in hindi रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥